कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आज़ाद ने इसी साल 26 अगस्त को पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देकर डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी बनाई थी. जिसके बाद से कहा ये जा रहा है कि कांग्रेस आला कमान उनके इस फैसले से काफी नाराज़ है. लेकिन कांग्रेस का एक धड़ा उनकी वापसी चाहता है. इसलिए गुलाम नबी आज़ाद को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने का न्योता भी भेजा गया है.
सूत्रों के मुताबिक़ गुलाम नबी आजाद कांग्रेस पार्टी में वापसी कर सकते हैं. इसको लेकर बात चल रही है. हालांकि खुद गुलाम नबी आज़ाद ने इस बात का खंडन किया है. उन्होंने कहा, ”कांग्रेस पार्टी में फिर से शामिल होने के बारे में एएनआई संवाददाता की स्टोरी देखकर मैं स्तब्ध हूं. दुर्भाग्य से इस तरह की स्टोरी कांग्रेस पार्टी के नेताओं के एक धड़े द्वारा अभी गढ़ी जा रही हैं और मेरे नेताओं और समर्थकों का मनोबल गिराने के लिए ऐसा कर रहे हैं.
गुलाम नबी का कहना है कि कांग्रेस ही बीजेपी का मुकाबला कर सकती है. वो कांग्रेस की पॉलिसी के खिलाफ नहीं है, लेकिन पार्टी के कमजोर सिस्टम से नाराज है. गुजरात और हिमचाल चुनाव प्रचार के वक्त दिए गए इस बयान के बाद से ही गुलाम नबी आज़ाद को कांग्रेस में वापसी करवाने की कवायद शुरू हो गयी थी. इस टिप्पणी के बाद भारत जोड़ो यात्रा के संयोजक और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने उन्हें यात्रा में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था.
I am shocked to see the story filed by ANI correspondent about my rejoining in congress party. Unfortunately such stories are being planted by a section of leaders in the congress party right now and are doing this just to demoralise my leaders and supporters. 1/2
— Ghulam Nabi Azad (@ghulamnazad) December 30, 2022
इसके बाद उनके साथ कांग्रेस में बदलाव की मांग कर रहे G23 का हिस्सा रहे पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा और बिहार कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने बात की. हालांकि जिस तरह से कांग्रेस में वापसी की खबर का गुलाम नबी आज़ाद ने खंडन किया है ये साफ़ हो गया है कि कांग्रेस में उनके वापसी के आसार कम ही हैं. ऐसे में ये अंदाज़ा लगाना भी काठीन नहीं है कि वो भारत जोड़ो यात्रा का भी हिस्सा नहीं बनेंगे.