मथुरा जिले में दिल्ली के कंझावला जैसा हादसा सामने आया है. जहां यमुना एक्सप्रेस वे पर एक कार शव को 12 किलोमीटर तक घसीट कर ले आई और चालक को पता ही नही चला। जब टोल पर कार रुकी तो कर्मचारियों की नजर कार के नीचे फंसे शव के बारे में पता चला, लेकिन तब तक मरने वाले का चेहरा ही बचा था, जब की शरीर के चिथड़े उड़ चुके थे।
मिली जानकारी के मुताबिक़ सुबह करीब तीन बजे एक स्विफ्ट डिजायर कार सवार महिला पुरूष आगरा से दिल्ली के लौट रहे थे। यमुना एक्सप्रेस वे के माइल स्टोन 106 पर कार के नीचे एक शव फंस गया। इसकी जानकारी कार चालक को नहीं हुई। वह कार को लेकर माइल स्टोन 94 पर स्थित मांट टोल पर ले आया। शव कार के पिछले हिस्से में घिसटते हुए आ गया। टोल पर कार रुकी तो चेहरा कार के पीछे निकाला हुआ टोल प्लाजा के कर्मचारियों को नजर पड़ गया।
मांट टोल प्लाजा पुलिस चौकी से पुलिस भी आ गई। तब शव को कार से निकाला गया। कार सवारों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पुलिस को घटनास्थल माइल स्टोन 106 पर मरने वाले के जूता मिले। इससे पुलिस यही अनुमान लगा रही है कि घटना माइल स्टोन 106 पर हुई है। अभी मरने वाले युवक की पहचान नहीं हो सकी है।
वहीं, कार चालक ने इस मामले में अनभिज्ञता जताई है. उसका कहना है कि यमुना एक्सप्रेस-वे काफी कोहरे था. दुर्घटना किसी और वाहन से हुई होगी और शव उसकी गाड़ी में फंस गया होगा. फिलहाल पुलिस एक्सप्रेस-वे पर लगे सीसीटीवी कैमरों की मदद से हादसे के कारण पता लगा रही है.
वैसे आपको बता दें बता दें कि बीती जनवरी में ही दिल्ली के कंझावला इलाके में कुछ इसी तरह का केस सामने आया था. यहां एक इवेंट कंपनी में काम करने वाली युवती अंजली सिंह की स्कूटी को एक कार ने टक्कर मार दी थी और युवती को करीब 12 किलोमीटर घसीटती हुई ले गई थी. इस घटना में युवती की मौत हो गई थी.अंजलि की दोस्त निधि ने दावा किया था कि घटना के समय वह शराब के नशे में थी.
पुलिस ने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया.में से छह आरोपियों पर आईपीसी की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया था, लेकिन बाद में उन्हें धारा 302 (हत्या) के तहत आरोपी बनाया गया.
यही नहीं, कंझावला केस में दिल्ली पुलिस ने अपने 11 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड भी कर दिया था. क्योंकि उन्होंने रास्ते में पीसीआर और चौकी की ड्यूटी पर होने के बावजूद लापरवाही बरती और इतनी दूरी तक घिसटती लड़की पर गौर नहीं किया था.