बॉलीवुड एक्टर सतीश कौशिक (Bollywood Actor Satish Kaushik) की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सतीश कौशिक की मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई है। दरअसल पुलिस को जांच के दौरान फार्म हाउस पर कुछ दवाइयां भी मिली थी जिसके बाद से उनकी मौत के कारण को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही थी।
सतीश को हाइपरटेंशन और शुगर की बीमारी थी। चार डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया है जिसकी वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी भी करवाई गई है। अभी तक पुलिस को जांच में किसी तरह की संदिग्ध परिस्थिति में हुई मौत का कोई सबूत नहीं मिला है।
सतीश कौशिक की मौत के बाद पुलिस की क्राइम टीम और FSL की टीम मौके पर पहुंची थी और जो दवाइयां फार्म हाउस से बरामद हुई है उनको जांच के लिए भेजा है उनकी रिपोर्ट आना बाकी है। लेकिन सूत्रों मुताबिक कोई प्रतिबंधित दवाई नहीं मिली है पुलिस विसरा रिपोर्ट का इंतजार कर रही है। जिसके बाद ही पता चलेगा कि सतीश कौशिक ने क्या खाया था।
तो वहीं सतीश कौशिक के मैनेजर संतोष राय ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत के दौरान बताया कि उन्होंने कहा, ‘निधन से एक दिन पहले रात 11 बजे उन्होंने मुझे फोन किया और कहा कि संतोष, आ जाओ, मुझे अपना वाईफाई पासवर्ड ठीक करने की जरूरत है क्योंकि मैं एडिटिंग के उद्देश्य से ‘कागज 2′ (कौशिक के निर्देशन में बनी फिल्म जिसकी शूटिंग पूरी हो चुकी है) देखना चाहता हूं. उन्होंने रात 11:30 बजे फिल्म देखना शुरू किया और मैं वापस अपने कमरे में चला गया.’
संतोष राय ने आगे कहा, ‘करीब 12:05 बजे वह जोर-जोर से मेरा नाम पुकारने लगे. मैं दौड़ता हुआ आया और उनसे पूछा कि क्या हुआ सर? क्यों चिल्ला रहे हो? फिर उन्होंने मुझसे कहा कि सुनो, मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है. मुझे डॉक्टर के पास ले चलो. तुरंत, मैं और वह कार की ओर गए और वह बैठ गए. उनके ड्राइवर और बॉडीगार्ड भी हमारे साथ थे. उनके पास हमेशा एक ड्राइवर 24 घंटे मौजूद रहता था. जैसे ही हम चले और थोड़ा आगे बढ़े, उनके सीने में दर्द बढ़ गया और उन्होंने कहा कि जल्दी चलो अस्पताल.’
संतोष राय ने बताया कि ‘फिर, उन्होंने अपना सिर मेरे कंधे पर रखा और कहा कि संतोष, मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो. हम आठ मिनट में अस्पताल (फोर्टिस अस्पताल) पहुंच गए क्योंकि शायद होली की वजह से सड़क खाली थी, लेकिन जब तक हम परिसर में दाखिल हुए, वह बेहोश हो चुके थे. उन्होंने प्रतिक्रिया देना बंद कर दिया था. फिर मैंने उन्हें हिलाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं हिले।